हरे-भरे फ्यूचर के लिए ग्रीन गाड़ियां
नई दिल्ली।। इस बार के ऑटो एक्सपो की थीम है 'मोबिलिटी फॉर ऑल ' यानी हर किसी के लिए एक गाड़ी ,लेकिन इसके साथ ही इस बार के एक्सपो में खास तौर परग्रीन गाडि़यों पर फोकस किया गया है। इनमें बैटरी से चलनेवाली इलेक्ट्रिक गाडि़यां हैं तो बैटरी और पेट्रोल दोनों सेचलने वाले हाइब्रिड वीकल्स भी हैं। इसके अलावाहाइड्रोजन को फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल करने वालेवीकल्स भी यहां देखे जा सकते हैं। इन गाडि़यों को फ्यूचरका ट्रांसपोर्ट कहा जा सकता है क्योंकि इनमें ट्रडिशनलफ्यूल ( पेट्रोल या डीजल ) या तो इस्तेमाल ही नहीं होताया बहुत कम यूज होता है।
ऐसे में, पेट्रोल और डीजल जैसे फ्यूल के खत्म हो जाने केबाद यही गाडि़यां चलेंगी। इंडिया में फिलहाल इस तरह कीगाडि़यों को लेकर ज्यादा जागरूकता भी नहीं है , इसलिएऑटो एक्सपो में इनका लाइव डेमो देखकर लोगों को काफीजानकारी मिल रही है। हालांकि एक्सपो में मौजूदज्यादातर ग्रीन कारें सिर्फ कॉन्सेप्ट के रूप में शोकेस की गईहैं , इनके हाल फिलहाल में बाजार में आने के कम ही चांसहैं।
इलेक्ट्रिक वीकल्स : ग्रीन वीकल्स में बैटरी से चलने वालीगाडि़यां ही सबसे ज्यादा रोड पर दिखती हैं। कारों की बात करें तो सिर्फ महिंद्रा की रेवा ही फिलहाल एकमात्रबैटरी से चलने वाली कार है। हालांकि बैटरी से चलने वाले टू वीलर्स काफी तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। इन परसरकार काफी सब्सिडी भी देती है इसलिए इनकी कीमत भी 15 हजार से ही शुरू हो जाती है। बैटरी से चलनेवाली गाडि़यां एक बार चार्ज करने पर 60 से 80 किमी तक चल जाती हैं। इलेक्ट्रिक वीकल्स को चार्ज करने केलिए शहर में जगह - जगह चार्जिंग पॉइंट्स लगे होने चाहिए लेकिन क्योंकि इंडिया में इनके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चरनहीं है तो ऐसे में इस तरह की गाडि़यां बनाने वाली कई कंपनियां चाहकर भी अपने इलेक्ट्रिक वीकल्स यहांलॉन्च नहीं कर पर रहे हैं।
हाइब्रिड वीकल्स : ये ऐसी गाडि़यां होती है जो ट्रडिशनल फ्यूल और बैटरी दोनों से चल सकती हैं यानी इनमेंपेट्रोल या डीजल इंजन भी लगा होता है और इलेक्ट्रिक मोटर भी होती है। पेट्रोल या डीजल से गाड़ी चलाते वक्तबैटरी चार्ज होती रहती है और उसके बाद आप सिर्फ बैटरी मोड पर ही कार ड्राइव कर सकते हैं। इस तरह कीसिर्फ एक कार टोयोटा प्रायस ही इंडिया में मौजूद है जिसकी कीमत 28 लाख के करीब है। यह टेक्नॉलजी अभीडिवेलप ही हो रही है इसलिए यह कारें काफी महंगी ही होती हैं।
हाइड्रोजन फ्यूल : इस टेक्नॉलजी की कारों में हाइड्रोजन और हवा ने मिलने वाली ऑक्सिजन की रिएक्शन सेनिकलने वाली एनर्जी से गाड़ी चलती है। इस गाडि़यों में हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स लगे होते हैं जो हवा में मौजूदऑक्सिजन से मिलकर एनर्जी पैदा करते हैं। यह एनर्जी गाड़ी में लगी बैटरी में इकट्ठा होती है और उसकी मदद सेगाड़ी चलती है। इस एनर्जी को सीधे गाड़ी की मोटर में भी सप्लाई किया जा सकता है। इनके टेलपाइप से सिर्फशुद्ध पानी ही निकलता है।
एक्सपो में मौजूद कुछ ग्रीन वीकल्स
आउडी ई - ट्रॉन ( हाइब्रिड कार ) : आउडी की दूसरी कारों की तरह इसमें सभी लग्जरी फीचर्स हैं। इसमें 1.4लीटर के पेट्रोल इंजन के साथ 27 बीएचपी की पावर देने वाली इलेक्ट्रिक मोटर भी लगी है। ये दोनों मिलकरइस कार को 238 बीएचपी की पावर देते हैं। इसकी टॉप स्पीड 231 किमी / घंटा है।
हीरो लीप ( हाइब्रिड स्कूटर ) : इंडिया में पहली बार किसी टू वीलर कंपनी ने एक हाइब्रिड स्कूटर लॉन्चकिया है। हीरो मोटोकॉर्प का यह हाइब्रिड स्कूटर पेट्रोल और बैटरी दोनों से चल सकता है। लेकिन कंपनी ने अभीइसके फीचर्स और कीमत के बारे में कुछ खुलासा नहीं किया है।
नई रेवा ( इलेक्ट्रिक कार ) : इंडिया में मौजूद एकमात्र इलेक्ट्रिक कार रेवा को नया वैरिएंट एक्सपो में मौजूदहै। जिन लोगों को रेवा के छोटे साइज से दिक्कत थी इस नई रेवा में उसे दूर कर दिया गया है। इसमें चार से पांचलोग आसानी से बैठ सकते हैं।
हाइड्रोजन फ्यूल बस : स्टारबस नाम की टाटा की इस बस में में हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली बस शोकेसकी गई है। डीजल से चलने वाली बसों से काफी पलूशन होता है। ऐसे में इस तरह की ग्रीन बसें एनवायरनमेंट केलिए काफी फायदेमंद रहेंगी।
वोल्वो की हाइब्रिड बस : इस बस में आम बसों के मुकाबले छोटा डीजल इंजन लगा है और इसके साथइलेक्ट्रिक मोटर इसे पावर देती है। करीब 20 किमी / घंटा की रफ्तार तक यह बस बैटरी पर ही चलती है इसकेबाद ज्यादा पावर लेने के लिए यह डीजल इंजन पर स्विच हो जाती है।
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